वालमार्ट ने अपने सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम वालमार्ट वृद्धि के तहत डिजिटल तरीके से 32,000 से ज्यादा एमएसएमई को किया प्रशिक्षित

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नई दिल्ली: वालमार्ट ने अपने सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम वालमार्ट वृद्धि के माध्यम से 32,000 से ज्यादा एमएसएमई को प्रशिक्षित किए जाने की घोषणा की है। इस प्रोग्राम की शुरुआत दिसंबर, 2019 में की गई थी। इनमें से 6,000 से ज्यादा एमएसएमई को फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस पर ऑनबोर्ड किया गया है और वे इस पर एक्टिव हैं। इससे उन्हें देशभर के उपभोक्ताओं के बीच पहुंचने का मौका मिला है।

देश की जीडीपी वर्ष 2028 तक 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। उस समय तक एमएसएमई सेक्टर के 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसलिए यह सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास का अहम स्तंभ बन रहा है और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अभी देश की जीडीपी में इस सेक्टर की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी है और इसमें विभिन्न क्षेत्रों एवं उद्योगों में करीब 12 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है। साथ ही इस सेक्टर में महिलाओं समेत छोटे स्तर के उद्यमी, पारंपरिक शिल्प से जुड़े लोग और स्थानीय कलाकार भी शामिल हैं, जिनके पास वर्तमान डिजिटल दौर में कारोबार करने का पर्याप्त कौशल नहीं है।

वॉलमार्ट का मानना है कि विभिन्न टूल्स के माध्यम से इन स्थानीय उद्यमियों और सप्लायर्स को कारोबार के विस्तार में सहयोग देने से उन्हें व्यापक आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बनने, अधिक रोजगार सृजित करने और भारतीय एमएसएमई क्षेत्र के निरंतर विकास में मदद मिलेगी। अपने लोकल प्रोग्राम पार्टनर स्वस्ति (Swasti) के साथ वृद्धि प्रोग्राम के माध्यम से 2024 तक देशभर में 50,000 से ज्यादा एमएसएमई को प्रशिक्षित करना वॉलमार्ट की पंच वर्षीय एमएसएमई निवेश योजना का हिस्सा है।

2019 में कार्यक्रम के लॉन्च के बाद सेवॉलमार्ट एमएसएमई को ऑन-डिमांड लर्निंग मॉड्यूल से लैस कर रहा है। इन मॉड्यूल में मार्केटिंग, फाइनेंस, सप्लाई चेन मैनेजमेंट को व्यवस्थित करना,सही निर्णय में सक्षम बनाने के लिए डाटा-आधारित जानकारी देना, इनोवेशन एवं विस्तार के अवसरों का लाभ उठाने के लिए नए ट्रेंड्स को पहचानने में मदद जैसे कदम शामिल हैं, जिससे उन्हें फ्लिपकार्ट या किसी अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर या ऑफलाइन प्लेटफॉर्म पर अपने कारोबार को विस्तार देने में सहायता मिले। इस लर्निंग प्रोग्राम में वालमार्ट एमएसएमई उद्यमी को व्यक्तिगत मेंटर सेशन के साथ-साथ अपनी तरह के अन्य उद्यमशील लोगों से मिलने का मौका भी देती है।

वॉलमार्ट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट- सप्लायर डेवलपमेंटजेसन फ्रेमस्टैड ने कहा,’हमने 50,000 भारतीय एमएसएमई को कारोबार में सफल होने के लिए जरूरी कौशल से लैस करने के इरादे से 2019 में वॉलमार्ट वृद्धि को लॉन्च किया था। सप्लाई चेन को व्यवस्थित करने से लेकर डाटा-आधारित सूचनाएं प्रदान करते हुए ये कौशल उन्हें जानकारी के आधार पर निर्णय लेने, नए ट्रेंड्स की पहचान करनेऔर इनोवेशन एवं विस्तार के अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम बनाते हैं। वृद्धि के माध्यम सेहम एमएसएमई समुदाय को सीखने के व्यापक अवसर के साथ सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि न केवल उन्हें समान अवसर मिलें, बल्कि यह भी सुनिश्चित हो कि एमएसएमई आगे बढ़ने के साथ-साथ फल-फूल भी सकें। अब तक 30,000 से अधिक एमएसएमई ने डिजिटल स्वरूप को अपनाया है। यह भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें स्किल से लैस करने के महत्व को दर्शाता है।’

फ्लिपकार्ट समूह के चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, ‘फ्लिपकार्ट मेंहम एमएसएमई के विकास और एक सक्षम एवं समावेशी ई-कॉमर्स इकोसिस्टम के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। एमएसएमई भारत के विकास की रीढ़ हैं और डिजिटलीकरण उन्हें विकास के नए अवसर तलाशने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वॉलमार्ट वृद्धि और फ्लिपकार्ट समर्थ के माध्यम से स्थानीय उद्यमियों को ई-कॉमर्स का लाभ उठाने में सक्षम बनाने की हमें खुशी है। हम पूरे भारत में स्थानीय व्यवसायों के लिए अवसर बढ़ाते हुए संबंधित पक्षों के साथ अपने जुड़ाव को और गहरा करने की दिशा में प्रयासरत रहेंगे।’

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