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आखरी अपडेट: 30 जनवरी, 2023, 12:24 IST

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (फोटो: IANS)
गोवा और पड़ोसी राज्य कर्नाटक के बीच कई वर्षों से नदी के पानी के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। गोवा ने अक्सर कर्नाटक पर समझौते की अनदेखी कर मामले में एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को कहा कि महादयी मुद्दे पर कोई समझौता नहीं होगा और उनकी सरकार नदी के पानी को मोड़ने से बचाने के लिए काम कर रही है।
गोवा और पड़ोसी राज्य कर्नाटक के बीच कई वर्षों से नदी के पानी के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। गोवा ने अक्सर कर्नाटक पर समझौते की अनदेखी कर मामले में एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
गोवा में विपक्षी दलों ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर सीएम सावंत का इस्तीफा मांगा कि कर्नाटक और गोवा के बीच महादयी नदी जल विवाद सुलझा लिया गया है।
सोमवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए सावंत ने कहा कि इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय में गोवा का कानूनी पक्ष मजबूत है।
उन्होंने कहा, “इस पर कोई समझौता नहीं होगा और सरकार महादयी नदी के पानी को मोड़ने से बचाने के लिए काम कर रही है।”
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कर्नाटक के बेलगावी में भारतीय जनता पार्टी की ‘जन संकल्प यात्रा’ को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मैं आपको (लोगों को) बताना चाहता हूं कि भाजपा ने दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद को सुलझाकर कर्नाटक को महादयी पानी और इससे यहां के कई जिलों के किसानों को लाभ हुआ है।” विपक्षी दलों ने इस बयान को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की है।
कांग्रेस, गोवा फॉरवर्ड पार्टी, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सीएम सावंत के इस्तीफे की मांग की है।
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(यह कहानी News18 के कर्मचारियों द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेटेड समाचार एजेंसी फीड से प्रकाशित हुई है)
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