इंदौर : लोकमान्य विद्या निकेतन स्कूल द्वारा वार्षिकोत्सव एक महत्वपूर्ण त्योहार की तरह मनाया जाता रहा है। यह विद्यालय के लिए आकर्षक का केंद्र है। इस वर्ष उत्सव का शीर्षक “अभ्युदय” रखा गया और बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समारोह का आयोजन लाभ मंडपम में किया गया। इस कार्यक्रम में प्री प्राइमरी एवं प्राइमरी के नन्हे बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सहोदय स्कूल की अध्यक्ष श्रीमती कांचन तारे वहां मौजूद रही और उनका स्वागत लोकमान्य शिक्षा समिति के अध्यक्ष श्री प्रकाश वैद्य के द्वारा किया गया। बच्चों के अभिभावकगण व शहर के कई गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम को देखने के लिए समारोह स्थल पर पहुंचे व कार्यक्रम का आनंद उठाया। मुख्य अतिथि श्रीमती कांचन तारे ने बच्चों व अभिभावकों को बालदिवस की बधाई देते हुए और उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि, “बच्चों की प्रगति के लिए आपका सहयोग, मार्गदर्शन और सुझाव आवश्यक है। अपने बच्चों और उनकी इच्छाओ को पहचाने और उन् पर विश्वास करे, उनकी तुलना कभी किसी और बच्चे से ना करें। सबसे ज़रुरी बात उन्हें अपना समय दें, उनके साथ बैठे, बात करे, उनके दिन का हाल-चाल पूछे। उनके माता-पिता बन्ने से पहले उनके अच्छे दोस्त बने। बच्चों की नींव मजबूत होगी तो निश्चित ही देश का अभ्युदय होगा और देश सफल बनेगा।“
लोकमान्य विद्या निकेतन स्कूल के प्राचार्य श्री धीरज जायसवाल ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि, “मै बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रशंसा करता हु। नर्सरी के बच्चों ने अपनी ‘हैप्पी चिल्ड्रेन्स डे’ की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यालय के नन्हें कलाकारों ने मराठी नृत्य, दीपशिक्षा नृत्य, फनी डांस, वेस्टन डांस, राजस्थानी डांस, तांडव, संस्कृत एंव अंग्रेजी नाटक, योगा, मार्शल आर्ट की आकर्षण प्रस्तुती से सभी को प्रभावित किया। मराठी नृत्य एंव ताडव उत्सव का मुख्य आकर्षण रहे। बच्चों ने महाभारत का प्रसंग जहा गुरू द्रोणचार्य शिष्यों की योग्यता के आधार पर उनका चयन करते है, एक संस्कृत नाटक के रूप में प्रदर्शित किया।“
मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। लोकमान्य शिक्षा समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती स्नेहल अतुल जोशी ने स्वागत भाषण दिया। अतिथियों का परिचय दिक्षा सुपेकर ने दिया और स्मृति चिह्न श्रीकांत कुलकर्णी ने प्रस्तुत किया। स्कूल के प्राचार्य श्री धीरज जायसवाल ने विद्यालय की प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत की।