इंदौर । आमतौर पर कई ऐसी दुर्लभ बीमारी है जिनके इलाज के बारे में सही जानकारी मिलना भी मुश्किल होता है। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज और अस्पताल के डॅा. पराग अग्रवाल ने बच्चों में होने वाली दुर्लभ बीमारी बार्डेट-बीडल सिंड्रोम का निदान करने में सफलता हासिल की। आरएसएसडीआई मप्र चैप्टर की कॅान्फ्रेंस की पोस्टर प्रतियोगिता में उन्हें उपचार पद्धति व निदान के लिए बनाए पोस्टर के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॅा.पराग अग्रवाल सम्मानित किया गया। दुर्लभ बीमारी बार्डेट-बीडल सिंड्रोम जिसमें मोटापा,दिखाई न देना,चर्बी बढ़ना आदि तकलीफे होती है। इस बीमारी के भारत में अभी तक 15 मरीज मिले है। रिसर्च सोसायटी फॅार द स्टडी आफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआई ) की सबसे बड़ी कॅान्फ्रेस आयोजित की गई। विभाग के प्राध्यापक डॅा.अजय गुप्ता व डॅा.अभ्युदय वर्मा के मार्गदर्शन में डॅा.पराग अग्रवाल ने दुर्लभ बीमारी का निदान व उपचार पद्धति को पोस्टर के जरिए पेश किया। इस उपलब्धि पर इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया,वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया,डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव,इंडेक्स मेडिकल कॅालेज डीन डॅा.जीएस पटेल,अस्पताल अधीक्षक लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर, एचओडी बालरोग एचओडी डॅा. स्वाति प्रशांत ने बधाई दी। डॅा. पराग अग्रवाल ने बताया कि इस रिसर्च कॅान्फ्रेंस में देशभर से कई डॅाक्टर विभिन्न बीमारी के इलाज की पद्धति के बारे में पोस्टर के जरिए जानकारी देते है। इस वर्ष इंडेक्स मेडिकल कॅालेज और अस्पताल द्वारा किए गए उपचार पद्धति पर बने पोस्टर को प्रथम पुरस्कार दिया गया। इंडेक्स अस्पताल में एंडोक्राइन डी.एम. का मप्र का एकमात्र विभाग 25 नंबर ओपीडी में स्थित है। इसमें डायबिटीज,थाइराइड,मोटापा जैसी बीमारी का आयुष्मान योजना में निःशुल्क इलाज किया जाता है।