इंदौर । शहर में गांधीजी और विनोबाजी के अनुयायी और “दादा साहब” के नाम से लोकप्रिय श्री मोरेश्वर मोघे बाल निकेतन संघ के दूरदर्शी लोगों में से एक थे l एसे दादा साहेब की स्मृति में बाल निकेतन संघ परिवार द्वारा अंतर्विद्यालयीन सामूहिक भजन प्रतियोगिता का आयोजन 17 अक्टूबर को बाल निकेतन संघ पागनिसपागा में किया गया l इस भजन प्रतियोगिता में शहर के 15 विद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया और भजनों की प्रस्तुति दी l इस प्रतियोगिता में :लोकमान्य विद्या निकेतन ने पहला स्थान, भवंस प्रोमिनेन्ट ने दूसरा एवं श्री वैष्णव बाल मंदिर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया l प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम को चलत मंजूषा, ट्रॉफी और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए और बाकी विजेता टीम को ट्रॉफी और सर्टिफिकेट दिए गए l कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ नीलिमा अदमने ने की एवं संगीत के जानकार सारंग लासोरकर जी , रोहन पटवर्धन जी एवं रचना शर्मा इस प्रतियोगिता के निर्णायक थे l
लोकमान्य विद्या निकेतन के बच्चों ने ‘हनुमान लला मेरे प्यारे लला’ भजन प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर प्रथम स्थान प्राप्त किया वही भवंस प्रोमिनेन्ट के बच्चों ने ‘सरस्वती शारदे’ भजन की शानदार प्रस्तुती दी और श्री वैष्णव बाल मंदिर के बच्चों ने ‘काहे तेरी अखियों में पानी’ भजन प्रस्तुत किया l
इस प्रतियोगिता के बारे में बाल निकेतन संघ की सचिव डॉ. नीलिमा अदमने ने बताया की –दादा साहब को भजन बहुत ही प्रिय थे ओर वे मानते थे की भजन के माध्यम से इश्वर से जुडा जा सकता है और इससे आत्मा को भी शांति मिलती है l इसलिए हम हर वर्ष दादा साहेब की स्मृति में भजन प्रतियोगिता आयोजित करते है l इसमें क्लास 6टी से लेकर 12 वी तक के विद्यार्थी ने भाग लिया l यहाँ आए सभी बच्चो ने बहुत ही अच्छा और अपना 100 प्रतिशत देकर भजन प्रस्तुत किए l आज जहा बच्चे पाश्चात्य संस्कृति की और आकर्षित हो रहे है वही इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें संस्कारों और इश्वर से जोड़ने का ये एक प्रयास है l