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आखरी अपडेट: 10 अक्टूबर 2022, 13:09 IST

मलेशियाई प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब (फोटो: रॉयटर्स)
सितंबर 2023 तक चुनाव नहीं होना था, लेकिन इस्माइल पर अपने सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ गुटों के दबाव में एक मजबूत जनादेश के लिए और गठबंधन के भीतर अंदरूनी कलह के कारण पहले वोट देने का दबाव था।
मलेशियाई प्रधान मंत्री इस्माइल साबरी याकूब ने सोमवार को संसद भंग कर दी, जिससे आने वाले हफ्तों में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों का मार्ग प्रशस्त हो गया।
चुनाव की तारीख की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा की जाएगी, इस्माइल ने एक टेलीविजन संबोधन में कहा।
संसद भंग होने के 60 दिनों के भीतर चुनाव होना चाहिए।
सितंबर 2023 तक चुनाव नहीं होना था, लेकिन इस्माइल पर अपने सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ गुटों से एक मजबूत जनादेश के लिए और गठबंधन के भीतर अंदरूनी कलह के कारण पहले वोट देने का दबाव बढ़ रहा था।
चुनाव ऐसे ही आएंगे जैसे अर्थव्यवस्था को बढ़ती लागत और वैश्विक मंदी की चुभन महसूस होने लगेगी।
यह साल के अंत में मानसून के मौसम और बाढ़ के साथ भी मेल खाएगा, जिससे मतदान प्रतिशत कम हो सकता है।
उनके सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष के कई सांसदों ने इस साल संभावित बाढ़ के कारण चुनाव न कराने की चेतावनी दी है।
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