पोस्ट-कोविड चाइल्ड साइकोलॉजी पर नॉलेज शेयर करने के लिए शहर में नि:शुल्क पेरेंट्स काउंसलिंग वर्कशॉप

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इंदौर : पोस्ट-कोविड काल में बच्चों के मनोविज्ञान को समझने के महत्व को लेकर और माता-पिता को शिक्षित करने के लिए, द मदर्स ब्लॉसम्स इंटरनेशनल स्कूल, इंदौर शहर में मंगलवार, 5 जुलाई 2022 को एक दिवसीय नॉलेज शेयरिंग और पेरेंट्स काउंसलिंग वर्कशॉप का आयोजन करेगा।

वर्कशॉप का संचालन सुश्री अन्वी चौहान द्वारा किया जाएगा जो ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में ऑरोमा सेंटर ऑफ चाइल्ड साइकोलॉजी एंड पीडियाट्रिक ऑक्यूपेशन थेरेपी की डायरेक्टर हैं। वर्कशॉप में अन्वी ‘पोस्ट कोविड इमोशन रेगुलेशन एंड हैबिट इम्प्रूवमेंट इन चिल्ड्रन’ के मुद्दे पर संबोधित करेंगी। वर्कशॉप का आयोजन केशरबाग रोड के पार्श्वनाथ नगर स्थित द मदर्स ब्लॉसम्स इंटरनेशनल स्कूल के परिसर में किया जाएगा।

द मदर्स ब्लॉसम्स इंटरनेशनल स्कूल, इंदौर के डायरेक्टर श्री अरुण जोशी और श्रीमती वंदना नागर ने बताया कि, “कार्यक्रम सुबह 9 बजे शुरू होगा और उसके बाद एक इंटरैक्टिव प्रश्न और उत्तर सेशन होगा जिसमें भाग लेने वाले पैरेंट्स अतिथि वक्ता अन्वी चौहान से कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं। ये वर्कशॉप स्कूल जाने वाले बच्चों के पेरेंट्स के लिए निःशुल्क है।”

इस आयोजन की मुख्य वक्ता अन्वी चौहान ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न की एक रजिस्टर्ड चाइल्ड डेवलपमेंट काउंसलर और पीडियाट्रिक ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट हैं और उनके पास ऑस्ट्रेलिया में काम करने के 20 से अधिक वर्षों के अनुभव है। उन्होंने गैर सरकारी संगठनों के साथ-साथ प्राइवेट संस्थानों के साथ क्लीनिकल और कम्युनिटी बेस्ड काउंसलिंग और इंटरवेंशन के लिए काम किया है।

अन्वी को छोटे बच्चों से लकेर किशोरावस्था तक विभिन्न आयु समूहों के साथ काम करने का व्यापक अनुभव है। उनकी सेंसरी प्रोसेसिंग, इमोशनल रेग्यूलेशन, एंजाइटी मैनेजमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट साइकोलॉजी में विशेष रुचि है।

अन्वी दो छोटे बच्चों की मां हैं और बच्चों की परवरिश में आने वाली चुनौतियों को समझती हैं। वह बच्चों के लिए आकर्षक, मजेदार और सार्थक उद्देश्यपूर्ण गतिविधियों के माध्यम से क्लाइंट की उम्मीदों को पूरा करने के लिए रोजमर्रा में उपयोग होने वाले संसाधनों की मदद रणनीतियां तैयार करने पर महत्व देती है।

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