Jai Hind News
Indore
रीजनल पार्क मुक्तिधाम में लापरवाही के चलते मृतकों की अस्थियां बदल गई और जिम्मेदारों को खबर तक नहीं लगी। सच्चाई तब सामने आई जब मृतक के परिजन तीसरे का क्रियाकर्म करने पहुंचे। उन्होंने परिजन की अस्थियां मांगी तो नहीं मिली और हंगामा खड़ा हो गया।
महादेव नगर निवासी कमलेश सेलवान के अनुसार 5 दिसंबर को उनकी दादी कड़वीबाई का अंतिम संस्कार दोपहर 2 बजे रीजनल पार्क मुक्तिधाम में 11 नंबर प्लेटफार्म पर किया गया। उन्होंने कहा “हम जब अस्थियां लेने पहुंचे तो सफाई कर दी गई थी। जिम्मेदारों से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि रविवार को कुछ लोग आए थे जो अस्थियां लेकर चले गए। हमने कहा कि अस्थियां कौन ले गया। किसी और की अस्थियां कैसे ले जाई जा सकती है।”
मुक्तिधाम विकास समिति की ओर से बताया गया कि 5 दिसंबर को ही खरगोन के रहवासियों ने 11 नंबर प्लेटफार्म के पास अंतिम संस्कार किया था। उनके परिजन इंदौर में रहते हैं, वो पर्ची नहीं लाए थे। निगम कर्मचारी ने अनुमान के आधार पर अस्थियां ले जाने के लिए कह दिया। निगम कर्मचारी ने बताया मैं रजिस्टर का रखरखाव करता हूं। अंतिम संस्कार का बहुत लोड है। खरगोन के परिजन आए थे उनके पास पर्ची नहीं थी। गलतफहमी से दूसरे मृतक की अस्थियां ले गए और विसर्जन कर दिया।